Lata Mangeshkar biography,Birth, Net Worth

Lata Mangeshkar जीवनी की शुरुआत एक छोटे से गांव में हुई जहां संगीत की धूम मचाती थी। उनके अद्भुत स्वर, सुरीली आवाज और अद्वितीय तर्ज पूरे देश में प्रशंसा प्राप्त कर चुके थे। यहां हम उनके अद्भुत संगीत की दुनिया में एक रोमांचकारी यात्रा पर जा रहे हैं।

Lata Mangeshkar संगीत में चमकते तारे

जब Lata Mangeshkar का बचपन का समय था, तब उन्होंने संगीत का जादू आँखों के सामने देखा था। फसलों के मैदानों में खेती करने वाले पिताजी और गायक माताजी की गोद में पले, लता को संगीत की दुनिया की वाद्यशाला में महोवर्षी दीख रही थी। उनका इंटरेस्ट इतना भयंकर था कि उम्र के केवल पाँच वर्षों में वे जो गाते थे उससे भी आगे बढ़ गईं। इनका भाग्य भी खुद उनके इंसानियत से मेल खाता गया!

बिंदु(Points) जानकारी (Information)
नाम(Name) लता मंगेशकर
जन्म तारीख (Date of Birth) 22 दिसंबर 1887
जन्म स्थान (Birth Place) mumbai
पेशा (Profession) संगीत
धर्मं(Religion) हिन्दू
मृत्यु (Death) 26 अप्रैल 2012
मृत्यु का कारण(Cause of Death) क्षय रोग

Lata Mangeshkar फिल्मों के स्वररत्न

लता मंगेशकर जीवनी और उनके गीत एक अनुभवी संगीतकार की तरह महसूस होते हैं। उनकी व्याख्या में आप में एक शौकीन श्रोता की भूमिका निभाते हैं जो उनके लजवाब स्वरों से मदहोश हो रहा हो। उनके गीतों में एक ऐसा जादू है जो आपके खरांचों द्वारा आजमाई गई अमानुष श्रवण और तोल नहीं सकती है। जब विविध भारतीय भाषाएं उनके स्वर में मेल जाती हैं, तो संगीत की दुनिया में एक नया प्रभात चमकता है।

आइए, गहरामहीम में हम ऊँची उड़ान भरते हैं और लता मंगेशकर के गीतों की झलकी में डूब जाते हैं।

  1. “आजा रे परदेसी” – छलक जाए रंग रसिया

जब हो जोगी भी रंगारे, तब लता मंगेशकर के गाने को झलक देना अनिवार्य होता है। इस तारे का नक्शा विडम्बना हो जाएगा जब उनके स्वर आपकी संगीत दृष्टि में डूबेंगे। लाखों लोगों के दिलों में छाया गाना “आजा रे परदेसी” जो फिल्म “माधुबाला” में प्रस्तुत किया गया था।

  1. “लग जा गले” – वो कौन थी?

लता मंगेशकर की जबरदस्तियों का एक और उदाहरण है “लग जा गले”। पंडितर सहाब जो इस गीत के शब्दकार थे, उन्हें भी यकीन नहीं होता होगा कि इतनी मर्यादिता के पश्चात उसने कितनी खूबसूरती से यह गीत गाया है। जिस तरह से वो अब तक आपके दिलों को छूने के लिए नजर आ रही हैं, ईश्वर को भी धरती पर अमानुषी हैसियत से बैठने की आवश्यकता होगी।

Lata Mangeshkar Ki अनावश्यक व्यभिचार की कही कहानी

यहां वो छात्रा की धुन के संग लगी स्वरगंध. उस भोली भाली लड़की ने अपने गायन के क्षेत्र में परिणीतियों को मिटाकर अद्वितीय तरीके से गर्वान्वित कर रखा है। लता मंगेशकर की आवाज के पीछे दीप्तिमय रिश्ते मौजूद हैं, जो संगीत की विचारधारा के साथ उभरते रहेंगे। मंगेशकर आवाज की शक्ति के साथ साथ गायक के स्वर में एक ऐसी उड़ान भरती हैं, जो आपको दिव्यता के भ्रम में ले जाता है।

संगीत साधनाओं को बजाने के लिए लता मंगेशकर की कथाएँ सदैव युवाओं, नाचने वालों और साहसिक आदमीदों के बीच व्याप्त रहेंगी। वह माहिर गायक का नाम अपने प्यार और सम्मान के माध्यम से बनाती हैं। उनके औद्योगिक कदम चोट के निदान स हैं और जिन लोगों के जीवन में वे शोभाशाली रंग भरते हैं, उन्हें यह बात यकीनन पता होगा।

लता मंगेशकर जीवनी हर वर्ग के लोगों के दिल में झलकती है, मानो वो हिमांशु का चिंगारी या हेमंत की मीठी सलीलता। इनका नाम जब भी आता है, तो हमारा मन उन अनमोल क्षणों की ओर धाव पकड़ता है जिन्हें हमने शायद ही भूलाने का सोचा हो।

Lata Mangeshkar Ki यादें उमड़ती हैं, गीत साथ लेदे

अरे यार, Lata Mangeshkar के गीतों को यद्दों की कहानी मानना केवल एक आम बात है। ये गीत किसी गहरे गीतों-मय संगीत सागर से ही पाये जा सकते हैं। आज भी लता के गीत धरती के द्वारा माने जाते हैं, ये कह कर कि जब वे गाती हैं तो सुनने वालों के कानों पर आम्बरी देखने चढ़ जाती है।

ब्राह्मण्ड के इंजीनियरों ने इसे साधा है कि इन गानों के समूह के पीछे हो सकता है कुछ दिव्य तालीम का किरदार, यह उभरते तारे जीने वाले संगीतकारों की भी कहानियाँ बता सकते हैं। इन गानों को अरे, ये लगता है भगवान का मार्गदर्शन बाज कर रहा है।

Lata Mangeshkar Ki किसी भी संगीत की समीक्षा करके मुहर्त बंद करें!

“Lata Mangeshkar जीवनी” विशेषांक के इशारे हमारे पठनपेशन तक पहुँच गए हैं। उड़ते तारे की आवाज में इंसानियत की छांव घुली रही है यह दर्शाता है कि उच्च डायनेटिंग मोडल के साथ-साथ उन्नत स्वरों की धूम होना अनिवार्य है!

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